रविवार, 12 अप्रैल 2015

जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की
वजन आ गया उनकी बात में

दो मीठे बोल से खरीद मुझे
बंद कर दिया अपनी तिज़ोरी
क़ीमत थी जो मेरी, उसकी आदत पुरानी
इतनी सस्ती हो जो, उसकी कीमत किसने जानी
जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

हरक़त होती मुझे तो वो कुछ मीठे बोल ले आता है
मेरी उठती आवाज को अपनी औकात दिखा जाता है
जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

मासूमियत का भी क्या मजाक है उसने बनाया
हर जर्रे को कर्ज़दार बना, खुद का नाम चमकाया
जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

हंसी को मेरी, है जब से उसने चुराया
मेरा रोने का अधिकार भी है लुटाया
जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

नस नस मेरी को, इतना है कमज़ोर किया
हर छोटी बात पर, धड़कता है मोरा जिया
जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

हैरान होते है लोग भी मेरे इस दाम पर
हँसते है कुछ इस तरह वो भी मेरे नाम पर
जब से वो जान गए कीमत मेरे जज्बातों की

#इल्तजा है तुझ से किसी और के ना ये दाम लगाना
जीते जी ना किसी शख्स को, मोहब्बत का गुलाम बनाना

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