आज फिर शिकार हुआ उनके निशानों का
कुछ नहो हो सकता हैवानो का
इंसान फिर भी सवेदनशील होता है
हैवान तो सिर्फ हैवान ही होता है
मेरा दिल बेशक उनके कहे से रोता है
पर हैवानो पर कहाँ कोई असर होता है
ओह रब्बा॥ मुझे ना उन जैसा हैवान बनाना
वैसे ये बातें लिखना अच्छी बात नहीं
पर मुझे अंतर्मन के शुद्धिकरण के लिए लिखना पड़ता है॥
मॉफी इस करम की ए भगवन॥
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