रविवार, 1 जनवरी 2012

आज अंग्रेजी कलेंडर का नूतन वर्ष प्रारंभ हुआ मेरे लिए तो दिन काफी अच्छा रहा खासतोर पर पिछले वर्ष के दिनों को देख कर तो काफी अच्छा !

पिछले वर्ष में तो इतने दर्द और कर्ज मिले की गिनती नहीं की जा सकती, शायद ये वर्ष कुछ लेकर आये जीवन में नए रंग व् नयी खुशिया.

बधाई देते हुए तो हर कोई ये कहता है की आप के जीवन में नयी खुशिया आये पर मेने देखा आज एक नयी बहस भी थी
facebook पर कमेन्ट थे की अपना नया वर्ष कब प्रारंभ होता है
कोई कुछ तो कोई कुछ कह रहा था

अब किसी ने कहा की अप्रैल में तो किसी ने कहा दीपावली  पर  पर देखा जाये तो सब ठीक है
एक अप्रैल से भारत सर्कार का नया वितवर्ष प्रारंभ होता है और दीपावली पर हिन्दू विक्रमी संवत का नया वर्ष प्रारंभ हुआ.
इस तरह तो हर २-३ महीने किसी न किसी का नया वर्ष प्रारंभ होता ही है बात  नया साल मानाने से जरूरी नए रिश्ते बनाना और पुराना को सहेजना होती है हर दिन को नया मान कर नयी सोच के साथ आगे बदना ही जीवन है. नकारात्मक उर्जा से दूर रह कर सक्रत्मकता की और चले  में तो ये ही कहना चाह्हूँगा


हर दिन नया साल है हर दिन नया दिन है हर पल नया पल है तो क्यों ना हम हर पल की सब को बधाई दे और हर पल दुसरो के सुख की कामना करे न के किसी एक दिन?

कड़वे शब्द बोलता हूँ