हर वक़्त मुझे तेरा इन्तजार है रहता
तू सामने है गर दिल बेकरार है रहता
तेरे आने से पहले जाने का गम सताता है
तू नहीं आता।, तेरी जगह सीना दर्द भर ले आता है
तेरी नजरों में
बेशक में
बेपरवार् हूँ
पर सही मायनो में
में ही तेरे हुस्न का कद्रदान हूँ
रात नशीली ना हो
इसलिए तेरी आँखों से पीते नहीं
गर क्या करे इस दिल का
बिन पीये आँखों के जाम
लगता है हम जीते ही नहीं
05 दिसंबर 2009 का पन्ना
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