Sochta hoon ki har pal likhoon par likhne baithta hoon to wo pal hi gujar jata hai
इंसान अपना दुःख फिर भी सहन कर लेता है मगर जब अपने किसी को दुःख या तकलीफ होती है तो वो असहाय महसूस करता है।।
आज में भी कुछ ऐसा महसूस करने लगा जब मेरी दादी को तक़लीफ़ थी और मुँ असहाय सा देख रहा था।। भगवन् शक्ति देना मेरी दादी जी को दुःख सहन करने की।।
I hope and pray that she will be all right
I hope and pray that she will be all right
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