मंगलवार, 10 मार्च 2015

गीत:- दो कदम रुकना होगा ज़िन्दगी को भी दुःख ना होगा-2

दो कदम रुकना होगा ज़िन्दगी को भी दुःख ना होगा-2
सुन ले मेरे यार सुन ले मेरे यार

जो कदम बहक गए है उनको भी रुकना होगा
जो राह दिल ने पकड़ी फिर सुख ना होगा
दो कदम रुकना होगा ज़िन्दगी को भी दुःख ना होगा-2

ये सिलसिले जो यूँ चलते रहे
ज़िन्दगी भर गम मिलते रहे
कोई भी ना बच पायेगा
हर कोई भटक जायेगा
दो कदम रुकना होगा ज़िन्दगी को भी दुःख ना होगा-2

चाहतों को यादों की माला पहनायेगा
बहकती ज़िन्दगी को सबक मिल पायेगा
अनजानी राहों से, पीछे हटना होगा
दो कदम रुकना होगा ज़िन्दगी को भी दुःख ना होगा-2

मासूमियत का जो क़त्ल होगा
इलज़ाम तुझ पर ही कल होगा
शैतान जो जीत जाएगा
इंसान का खून ना माफ़ होगा
दो कदम रुकना होगा ज़िन्दगी को भी दुःख ना होगा-2

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