शनिवार, 6 जून 2015

तनु वेड़्स मनु रिटर्न्स

काफी अच्छी मूवी थी
एक पुराना साथी था
जिसके साथ अच्छे दिनों में साथ काम किया था। आजकल वो बेरोजगार है उसके आग्रह पर ही मैने उसको फ़िल्म दिखाई मगर इतना सा भी मलाल न हुआ की मेने कोई गलत कदम उठाया क्योंकि कुछ दिनों पहले जब मेरे पास रोजगार नहीं था तो में भी मानसिक तौर से परेशां हो गया था और ऐसे समय कोई भी ख़ुशी काफी अनमोल होती है।
में आप को अपनी कथा नहीं सुना रहा सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ कि ये कहावत ही नहीं सत्य है जब कभी हम किसी के हित में कदम उठाएंगे तो उसका फल अवशय मिलता है॥ इसलिए परोपकार करते रहिये॥

अब जो आज देखा उसकी भी बात कर ले
आप ने भी शायद ये फ़िल्म देखि हो आप का पता नहीं मगर मुझे इस फ़िल्म से ये प्रेरणा  मिली कि जीवन में मधुरता छोटी बातों को बढ़ाने से नहीं बडी बातों को छोटा समझ माफ़ करने से आती है

इसलिए मधुरता फैलाते रहिये॥

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कड़वे शब्द बोलता हूँ