मोतियों सा चमके है तू
अँखियो में दमके है तू
ओह सजन रे
धड़कनो का साज हो गया तू
मेरा कल और आज हो गया तू
ओह सजन रे
पलकों के तले रहने लगा है तू
साँसों संग बहने लगा है तू
ओह सजन रे
रगों में बहता है दर्द बनकर तू
ज़िन्दगी में हो शामिल दवा बनकर तू
ओह सजन रे
ज़िन्दगी भर की जागीर तो नहीं तू
बस दो पल का सुखद मिलन बन जा तू
ओह सजन रे
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