आज मेने जीत पाई अपने क्रोध पर शायद पहली बार ऐसा हुआ की में नहीं रविंदर नाराज होकर चला गया, पता है क्यों ? क्योंकि उसको मेने स्कैन करवाने से मना कर दिया. जब की वो खुद आज फिर १ बजे दफ्तर आया फिर भी उसका attitude उसे ले गया | भगवन जी शायद बहुत मुश्किल होता है क्रोध पर काबू पाना इसलिए तो इतना भरी आदमी भी काबू नहीं पा सका
और भी कह गया यहाँ ताला लगाकर कल से आने की जरूरत नहीं अब भला कल की छुटी भी मिल गयी
होता है mere साथ हमेशा होता था उसके साथ तो आज ही हुआ अब देखते है उसे कौन मनाता है.
और भी कह गया यहाँ ताला लगाकर कल से आने की जरूरत नहीं अब भला कल की छुटी भी मिल गयी
होता है mere साथ हमेशा होता था उसके साथ तो आज ही हुआ अब देखते है उसे कौन मनाता है.
waise galat hai kisi ko naraj karna aap mat kijiye kabhi
जवाब देंहटाएं