रविवार, 22 सितंबर 2013

मेरी और तेरी

मेरी भावनाओ की कद्र करना
कभी मेरे सपनो में रंग भरना
कभी मेरा साया बनना
कभी मेरा हमराज
कभी न हो नाराज
तू मेरा आज
तुझ से मेरी आवाज
तुझ से मेरी साँसे
तुझ से मेरा सरमाया
तुझ से मोह माया
तुझ को ही बसाया
तुझ ने ही रुलाया
तेरे आंसू मेरा दर्द
तेरा जखम मेरा लहू
तेरी सांस मेरा जीवन
तेरी बातें मेरा सकून
तेरी ख़ामोशी मेरी बैचैनी
तेरी ख़ुशी मेरी जन्नत
तेरी चाहत मेरी दुआ
तेरे सपने मेरी कुर्बानी
तेरा इन्तजार मेरी जवानी
तेरा इनकार मेरी कहानी

होश संभालो मेरे यारो
किसी की मोहब्बत के मारो
समझो वक़्त की नजाकत
इश्क की नहीं हुस्न की है ताकत
जलाता इश्क नहीं हुस्न है
इसकी गर्मी में ही घुटन है
प्यार की ठंडी हवा में लगती है मोहक
नशा उतरने पर फ़ना कर देती

फूलो की महक अक्सर बहकाती है
पर पेट की आग नहीं बुझाती है

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कड़वे शब्द बोलता हूँ