सोमवार, 30 दिसंबर 2019

एक मौसम आता है

एक मौसम आता है
हर कोई दीवाना हो जाता है
उम्र का वो लम्हा ही तड़पता है
इंसान पागल सा हो जाता है

गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

अधूरा

पत्थरो से लिखा किरदार मेरा,
सख़्त बड़ा है फिर भी रिसता है
अकड़ से खड़ा है अभिमान मेरा
रिश्तों की ख़ातिर अक्सर पिसता है

कड़वे शब्द बोलता हूँ