Dil ke kone se......................
Sochta hoon ki har pal likhoon par likhne baithta hoon to wo pal hi gujar jata hai
सोमवार, 30 दिसंबर 2019
एक मौसम आता है
एक मौसम आता है
हर कोई दीवाना हो जाता है
उम्र का वो लम्हा ही तड़पता है
इंसान पागल सा हो जाता है
गुरुवार, 26 दिसंबर 2019
अधूरा
पत्थरो से लिखा किरदार मेरा,
सख़्त बड़ा है फिर भी रिसता है
अकड़ से खड़ा है अभिमान मेरा
रिश्तों की ख़ातिर अक्सर पिसता है
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
कड़वे शब्द बोलता हूँ
Unknown
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें